नई दिल्ली : वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद में 362 करोड़ रुपये की
रिश्वतखोरी के आरोप सामने आने के बाद सरकार ने शुक्रवार को डील रद्द करने की
कार्रवाई शुरू कर दी। रक्षा मंत्रालय ने हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड
को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए डील में रिश्वतखोरी के आरोपों पर जवाब मांगा।
मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कौर ने बताया कि कंपनी से पूछा गया है कि साल 2010 में हुई 3600 करोड़ रुपये की इस डील को क्यों न रद्द कर दिया जाए? कंपनी को जवाब देने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है।
मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कौर ने बताया कि कंपनी से पूछा गया है कि साल 2010 में हुई 3600 करोड़ रुपये की इस डील को क्यों न रद्द कर दिया जाए? कंपनी को जवाब देने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है।
इंटैलियन कंपनी के दूसरे प्रोजेक्ट्स भी होंगे प्रभावित
- फिनमेकेनिका की ओर से नौसेना के लिए ए-244 टारपीडो, ब्लैक शार्क
हेवीवेट टारपीडो की होनी थी सप्लाई
- भारत में रेडार और संचार प्रणालियों का भी उत्पादन शुरू करने वाली थी
फिनमेकेनिका
- अगस्ता वेस्टलैंड की टाटा संस के साथ मिलकर भारत में हेलिकॉप्टर
प्रॉडक्शन करने और निर्यात की भी थी योजना
साभार
Feb 16, 2013, 09.00AM IST
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/18520035.cms
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