Monday, September 16, 2013

श्री सूर्या समूह की चिटफंड चीटिंग: ठगाते रहे हैं नागरिक

श्री सूर्या इनवेस्ट द्वारा निवेशकों के 200 करोड. रुपए से अधिक डूबाने पर शहर मेंयह चर्चा चल पड़ी है कि आखिर क्यों लोग कंपनियों के चक्कर मेंपड. कर अपनी गाढ़ी कमाई गवांते हैं.

ऊंची ब्याज दर अथवा कम समय में राशि दोगुनी होने के झांसा में आकर नागरिक पहले से फंसते आए हैं. पांच साल पहले कलमना अर्बन सोसायटी महाघोटाला हुआ था.

इसके सूत्रधार प्रमोद अग्रवाल ने निवेशकों को करीब 400 करोड. रुपए का चूना लगाया था. अग्रवाल जेल में बंद है और निवेशक अपनी किस्मत पर रो रहे हैं. गत वर्ष जयंत झामरे और उसकी पत्नी वर्षा ने इसी तरह नागरिकों को करीब 25 करोड. रुपए का चूना लगाया था. सस्ती शक्कर दिलाने का झांसा देकर प्रमोद निनावे ने कई राज्यों के उद्योगपतियों से 300 करोड. रुपए की ठगी की है.

विटेल कंपनी ने इसी तरह निवेशकों की 100 करोड. से अधिक की राशि डूबोई है. देश के कई राज्यों में जाल फैलाकर ठगी का कीर्तिमान बनाने वाला उल्हास खैरे और उसकी पत्नी रक्षा भी नागपुर के निवासी है.

इसी तरह 20 करोड. का चूना लगाकर फरार हुआ कोतवाली थाना परिसर का निवासी हरिभाऊ मंचलवार दो साल बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. अपराध शाखा के लगातार चक्कर काटने के बाद अब निवेशकों ने भी न्याय की उम्मीद छोड. दी है.


22 करोड़ डूबोए 
जोशी दंपति के पास एक कोयला किंग के 22 करोड. रुपए डूबने का पता चला है. आयकर विभाग के भय से वह सामने नहीं आ रहा है. किसी समय विधि क्षेत्र से जुड़ा एक व्यक्ति भी पुलिस कार्रवाई के बाद से भूमिगत हो गया है.

अलग दर्ज हो मामले 
ठगे गए निवेशकों की संख्या सरसरी तौर पर पांच हजार हो गई है. पुलिस चुनिंदा लोगों की शिकायत पर ही मामला दर्ज करती है. निवेशकों का कहना है कि इस प्रथा को बदलकर मामले दर्ज किए जाने चाहिए.
साभार
भास्कर न्यूज, कोरबा
Published on 29 Jun-2013नागपुर।15 सितंबर (लोस सेवा)
http://epaper.lokmat.com/lokmatsamachar/epapermain.aspx?queryed=58

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