पिछले दिनों पुलिस के लगातार पड़ रहे छापे से ये सिद्ध हो रहा है कि साईं प्रसाद फूड्स कम्पनी छत्तीसगढ़ में करोड़ों का कारोबार कर गरीबों के मेहनत की कमाई पर डाका डाल रही है , कंपनी के कई कार्यालय सील किये गए जिसे बाद में अधिकारियों को मोटी रकम दे कर पुनः खुलवाया गया . छत्तीसगढ़ मुख्यालय में रिंग रोड अशोका मिल्लेनियम स्थित कार्यालय सहित , सारंगढ़ , कांकेर, कोरबा , जगदलपुर कार्यालयों की लगातार शिकायतों के चलते छापे डाले गए हैं .
दर असल ऐसी और भी नॉन बैंकिंग कम्पनियाँ सरकारी नुमायिन्दों की शह से राज्य के अंदरूनी इलाकों में पैर पसार रही हैं , इन कंपनियों के एजेंट गरीब आदिवासियों को पैसे कई गुना बढाने का झांसा दे कर छोटी छोटी राशी वसूल रहे हैं , वहीँ उस राशी के एवज में जमीनों की रजिस्ट्री का भरोसा भी दिलाते हैं , बाद में ये एजेंट या तो कंपनी बंद हो जाने , या रुपये जमा करने की अनियमितता बता कर रकम डुबो देते हैं , गरीब आदिवासी की पहुँच न होने के कारण रुपये हजम करने में ये कंपनिया करोडो डकार जाती है ,
महाराष्ट्र की साईं प्रसाद फ़ूड कंपनी भी उनमे से एक है , खबर तो ये भी है कि कोर्पोरेट मंत्रालय में मात्र पांच लाख का पेड अप केपिटल दिखा कर ये कंपनी अब तक करोड़ों लूट चुकी है , कंपनी के स्थानीय अधिकारी आनंद मंगल पण्डे अधिकारियों और मीडिया कर्मियों को मैनेज करने में अपना समय व्यतीत करते हैं , पर कुछ सवाल ऐसे है जिनका जवाब इन अधिकारियों के पास नहीं है. खाद्य उत्पादों के कारोबार की आड़ में इस कंपनी ने ग्रामीणों से करोड़ों रुपये उगाहे हैं , भारी ब्याज का झांसा देकर ये कंपनी फिक्स डिपोसिट , बीमा , जमीन जैसे कारोबार भी ग्रामीण अंचल में कर रही है , स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस कंपनी ने बिना कोलोनैजर लायसेंस लिए ही छत्तीसगढ़ में जमीनों की खरीद फरोक्त कर रखी है .
साभार:
09/03/2011 10:10:09
http://exposecg.com/NewsDetail.aspx?ID=78
दर असल ऐसी और भी नॉन बैंकिंग कम्पनियाँ सरकारी नुमायिन्दों की शह से राज्य के अंदरूनी इलाकों में पैर पसार रही हैं , इन कंपनियों के एजेंट गरीब आदिवासियों को पैसे कई गुना बढाने का झांसा दे कर छोटी छोटी राशी वसूल रहे हैं , वहीँ उस राशी के एवज में जमीनों की रजिस्ट्री का भरोसा भी दिलाते हैं , बाद में ये एजेंट या तो कंपनी बंद हो जाने , या रुपये जमा करने की अनियमितता बता कर रकम डुबो देते हैं , गरीब आदिवासी की पहुँच न होने के कारण रुपये हजम करने में ये कंपनिया करोडो डकार जाती है ,
महाराष्ट्र की साईं प्रसाद फ़ूड कंपनी भी उनमे से एक है , खबर तो ये भी है कि कोर्पोरेट मंत्रालय में मात्र पांच लाख का पेड अप केपिटल दिखा कर ये कंपनी अब तक करोड़ों लूट चुकी है , कंपनी के स्थानीय अधिकारी आनंद मंगल पण्डे अधिकारियों और मीडिया कर्मियों को मैनेज करने में अपना समय व्यतीत करते हैं , पर कुछ सवाल ऐसे है जिनका जवाब इन अधिकारियों के पास नहीं है. खाद्य उत्पादों के कारोबार की आड़ में इस कंपनी ने ग्रामीणों से करोड़ों रुपये उगाहे हैं , भारी ब्याज का झांसा देकर ये कंपनी फिक्स डिपोसिट , बीमा , जमीन जैसे कारोबार भी ग्रामीण अंचल में कर रही है , स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस कंपनी ने बिना कोलोनैजर लायसेंस लिए ही छत्तीसगढ़ में जमीनों की खरीद फरोक्त कर रखी है .
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09/03/2011 10:10:09
http://exposecg.com/NewsDetail.aspx?ID=78
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