सुब्रत रॉय पर पुलिस की मेहरबानी।
सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने उत्तर प्रदेश पुलिस के समक्ष लखनऊ में सरेंडर कर दिया है। रॉय के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में सरेंडर की सूचना दी है। सुप्रीम कोर्ट ने गैर जमानती वॉरंट पर सहारा प्रमुख की अर्जी पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। ऐसे में रॉय के पास सरेंडर के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। उनके वकील ने बताया कि शुक्रवार सुबह ही रॉय ने यूपी पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। सरेंडर के बाद सुब्रत रॉय को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में पेश नहीं होने के बाद सहारा ग्रुप चीफ सुब्रत
राय ने सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि मैं कहीं भाग नहीं रहा हूं। रॉय ने कहा कि
वह गुरुवार को डॉक्टरों से मिलने गए थे। साथ ही उन्होंने मीडिया पर आरोप लगया कि
उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। रॉय ने कहा कि वह बिना शर्त सुप्रीम
कोर्ट के निर्देश को मानेंगे और पुलिस को पूरा सहयोग करेंगे। उन्होंने 3 मार्च तक पेशी से छूट की मांग की है।
सुप्रीम कोर्ट सहारा प्रमुख सुब्रत राय की उस अर्जी पर सुनवाई कर सकता है, जिसमें उन्होंने गैर-जमानती वॉरंट को वापस लेने की मांग
की है। इस अर्जी में सहारा चीफ ने कोर्ट में पेश न होने पर गलती मानते हुए बिना
शर्त माफी मांगी है। अर्जी में कहा गया है कि उनकी मां बहुत बीमार हैं और वह ऐसे
वक्त में उनके साथ रहना चाहते हैं। कोर्ट से मां के साथ रहने की अनुमति मांगते हुए
यह भी कहा है कि गैर-जमानती वॉरंट से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
सहारा इंडिया के चीफ सुब्रत रॉय ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी हाजिरी से छूट
दिए जाने की मांग करते हुए कहा था कि उन्हें अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए उनके
पास रहना है। हालांकि, गुरुवार को
पुलिस जब रॉय की तलाश में उनकी मां के पास पहुंची तो वह वहां नहीं मिले। रॉय को
मौजूदा प्रदेश सरकार का करीबी माना जाता है। गुरुवार सुबह से ही सबकी नजरें इस बात
पर थीं कि सरकार रॉय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से जारी गैर जमानती वॉरंट को तामील
कराने के लिए क्या करेगी।
शाम को गोमती नगर के एसएचओ अजीत सिंह चौहान की अगुवाई में पुलिस बल वॉरंट
सर्व करने के लिए सहारा शहर टाउनशिप में पहुंचा, जहां रॉय रहते हैं। सहारा शहर में घुसते हुए चौहान ने वहां जुटे
मीडियाकर्मियों से काफी हिचक के साथ कहा कि वह सुब्रत रॉय के खिलाफ जारी अरेस्ट
वॉरंट पर ऐक्शन लेने के लिए आए हैं।
कुछ ही देर बाद वह बाहर आए और कहा कि रॉय नहीं मिले। उन्होंने कहा कि
पुलिस बल रॉय के आवास में गया और वहां देखा कि रॉय की बीमार मां बेड पर थीं।
डॉक्टर्स उनके पास थे, लेकिन रॉय वहां
नहीं थे। पुलिस जैसे ही सहारा शहर के परिसर में पहुंची, खबर
आई कि रॉय ने जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है। हालांकि
उनका यूं गायब हो जाना चर्चा का विषय रहा। प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के रॉय
से करीबी रिश्ते बताए जाते हैं।
एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव जब 2003-07 के दौरान प्रदेश के सीएम थे, तब उन्होंने रॉय को
यूपी डिवेलपमेंट काउंसिल में शामिल किया था। मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव मार्च 2012 में यूपी के सीएम पद की शपथ लेने के एक घंटे के भीतर सहारा शहर पहुंच गए
थे, जहां उनके सम्मान में लंच पार्टी का आयोजन किया गया था।
साभार
इकनॉमिक टाइम्स | Feb 28, 2014, 10.57AM IST नई दिल्ली
http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/not-absconding-says-sahara-chief-subrata-roy/articleshow/31121178.cms
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