आम आदमी पार्टी नेता प्रशांत भूषण ने रिलायंस और मुकेश अंबानी पर मनी
लॉन्डरिंग के आरोप लगाए। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि रिलायंस को फेवर करने
वाले दागी अधिकारी को ओएनजीसी का सीएमडी बना दिया गया, जबकि उस अधिकारी के लिए विजिलेंस क्लियरेंस नहीं मिला था।
भूषण ने कहा कि सिंगापुर में इंडियन हाई कमिशन ने 31 अगस्त 2011 को सेंट्रल गवर्नमेंट
को जांच के लिए एक पत्र लिखा। हाई कमिशन ने लिखा कि 6530
करोड़ रुपए बायो मेट्रिक्जस मार्केटिंग लिमिटेड कंपनी से भारत आए। यह कंपनी
सिंगापुर में वन रूम कंपनी है, जो कोई बिजनेस नहीं करती।
उसमें यह भी बताया गया कि इस कंपनी के पास कोई एसेस्ट नहीं हैं, कोई इक्विटी नहीं है और सिंगापुर में इनकम टैक्स रिटर्न भी फाइल नहीं करती,
फिर भी यह कंपनी एफडीआई के तहत भारत में सिंगापुर से इतनी बड़ी राशि
इनवेस्ट कर रही है।
हाई कमिशन ने यह लिखा कि यह पैसा भारत में रिलायंस ग्रुप ऑफ कंपनीज के पास जा रहा है। इसका बड़ा हिस्सा रिलायंस गैस ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर के पास जा रहा है जिसके 100 फीसदी मालिक मुकेश अंबानी हैं।
हाई कमिशन ने यह लिखा कि यह पैसा भारत में रिलायंस ग्रुप ऑफ कंपनीज के पास जा रहा है। इसका बड़ा हिस्सा रिलायंस गैस ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर के पास जा रहा है जिसके 100 फीसदी मालिक मुकेश अंबानी हैं।
प्रशांत भूषण ने आरोप लगाया कि इंडिया में गलत तरीके से कमाया गया पैसा
रिलायंस मनी लॉन्डरिंग के जरिए सिंगापुर से भारत ला रही है और वह मुकेश अंबानी के
अकाउंट में जा रहा है। भूषण ने यह भी कहा कि सरकार रिलायंस को फायदा पहुंचाने के
लिए दागी अधिकारी का कार्यकाल बढ़ाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि सुधीर वासुदेव ओएनजीसी में अक्टूबर 2011 से सीएमडी थे जो कल रिटायर हो रहे हैं। सेंट्रल विजिलेंस कमिशन ने दो बार उनका विजिलेंस क्लीयरेंस रिजेक्ट किया तब भी सरकार ने उन्हें सीएमडी नियुक्त कर दिया। वासुदेव पर अपने कार्यकाल में रिलायंस को फेवर करने का आरोप था। भूषण ने कहा कि अब भी पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली वासुदेव का कार्यकाल एक साल और बढ़ाना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि सुधीर वासुदेव ओएनजीसी में अक्टूबर 2011 से सीएमडी थे जो कल रिटायर हो रहे हैं। सेंट्रल विजिलेंस कमिशन ने दो बार उनका विजिलेंस क्लीयरेंस रिजेक्ट किया तब भी सरकार ने उन्हें सीएमडी नियुक्त कर दिया। वासुदेव पर अपने कार्यकाल में रिलायंस को फेवर करने का आरोप था। भूषण ने कहा कि अब भी पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली वासुदेव का कार्यकाल एक साल और बढ़ाना चाहते थे।
साभार
Feb 28, 2014, 09.00AM IST
प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
http://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-india/-----/articleshow/31120662.cms
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