केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने देशभर में दो कंपनियों के यहां छापे
मारकर खेतिहर जमीन को बेचने के नाम पर 45,000 करोड़ रुपये की ठगी का पता लगाया है।
देशभर के करीब 5 करोड़ इन्वेस्टरों ने अपनी जीवन भर की कमाई इन दो कंपनियों की सामूहिक इन्वेस्टमेंट स्कीम (सीआईएस) या पौंजी स्कीम की मार्फत झोंक दी है। इन कंपनियों के नाम पीएसीएल और पीजीएफ है और उनके निदेशक क्रमश: निर्मल सिंह भांगू और सुखदेव सिंह हैं। इन स्कीमों के तहत कंपनियां अपने पुराने इन्वेस्टरों को नए इन्वेस्टरों से आए कलेक्शन से रिटर्न देती थी। अर्थात चेन सिस्टम था।
सीबीआई ने ये छापे कोर्ट के कहने पर मारे, क्योंकि वह शुरुआत में इस मामले को छोटा-सा मानते हुए चुप बैठी थी।
देशभर के करीब 5 करोड़ इन्वेस्टरों ने अपनी जीवन भर की कमाई इन दो कंपनियों की सामूहिक इन्वेस्टमेंट स्कीम (सीआईएस) या पौंजी स्कीम की मार्फत झोंक दी है। इन कंपनियों के नाम पीएसीएल और पीजीएफ है और उनके निदेशक क्रमश: निर्मल सिंह भांगू और सुखदेव सिंह हैं। इन स्कीमों के तहत कंपनियां अपने पुराने इन्वेस्टरों को नए इन्वेस्टरों से आए कलेक्शन से रिटर्न देती थी। अर्थात चेन सिस्टम था।
सीबीआई ने ये छापे कोर्ट के कहने पर मारे, क्योंकि वह शुरुआत में इस मामले को छोटा-सा मानते हुए चुप बैठी थी।
साभार
Feb 28, 2014, 08.30AM IST रिपोर्टर, मुंबई
http://navbharattimes.indiatimes.com/mumbai/crime/---45000--/articleshow/31123823.cms
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