कल्याण डोंबिवली मनपा शिक्षा सभापति का एक और भ्रष्टाचार सामने आया है।
शिक्षा सभापति ने आयुक्त और मेयर के मना करने के बावजूद बच्चों की पिकनिक ले जाने
के लिए 30 लाख रुपये का प्रस्ताव पास किया।
सभा के दौरान सभापति ने कहा इस प्रस्ताव में मेयर की बात मानने की क्या बात है।
सूत्रों के अनुसार कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका के शिक्षा सभापति
शांताराम पवार ने मेयर के दिए हुए लेटर का अपमान करते हुए मेयर के आदेश को मानने
से इनकार कर दिया।
मेयर का कहना था कि बच्चों को अगर पिकनिक लेकर जाना है, तो कही अच्छी जगह ले जाओ, यह बात सभापति को नागवार गुजरी। लगातार 2 सालों से बच्चों को शिवसेना के या मनसे के नगरसेवकों के फार्महाउस पर ले जाया जाता है और भेलपुरी खिलाकर लाखों का भ्रष्टाचार किया जाता है।
मेयर का कहना था कि बच्चों को अगर पिकनिक लेकर जाना है, तो कही अच्छी जगह ले जाओ, यह बात सभापति को नागवार गुजरी। लगातार 2 सालों से बच्चों को शिवसेना के या मनसे के नगरसेवकों के फार्महाउस पर ले जाया जाता है और भेलपुरी खिलाकर लाखों का भ्रष्टाचार किया जाता है।
मनपा के स्कूलों के करीब 8 हजार बच्चों को पिकनिक पर ले जाया जाता है, जिसमें
लाखों का भ्रष्टाचार किया जाता है।
यह घपला पहली बार नहीं किया है, पहले भी ऐसा हो चुका है। इन सबके पीछे सभापति के ऊपर शिवसेना के बड़े नेता का हाथ होना बताया जा रहा है, जो भ्रष्टाचार के बावजूद उन्हें सभापति बनाए हुए हैं।
यह घपला पहली बार नहीं किया है, पहले भी ऐसा हो चुका है। इन सबके पीछे सभापति के ऊपर शिवसेना के बड़े नेता का हाथ होना बताया जा रहा है, जो भ्रष्टाचार के बावजूद उन्हें सभापति बनाए हुए हैं।
साभार
नवभारत टाइम्स | Feb 28, 2014, 03.07AM IST अरविंद त्रिपाठी, मुंबई
http://navbharattimes.indiatimes.com/mumbai/other-news/Corruption-of-the-name-of-picnic/articleshow/31120780.cms
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