Thursday, June 20, 2013

स्पॉट फिक्सिंगः असद रऊफ को मिले थे बुकियों से कीमती गिफ्ट


नई दिल्ली।। असद रऊफः (आईपीएल-6 में अंपयारिंग कर रहे पाकिस्तानी अंपायर) 'तुम्हें पता है ना कि मेरा जनम्दिन आ रहा है?'

विंदू दारा सिंह (फिल्म और टीवी ऐक्टर): 'असद भाई चिंता मत कीजिए। हम आपका पूरा ख्याल रखेंगे। मैं यह मेसेज पवनभाई तक पहुंचा दूंगा।'

पवन जयपुर (बुकी) विंदू दारा सिंह सेः 'मैं असद के लिए एक छह लाख रुपए की घड़ी और एक सोने की चेन प्रेम तनेजा के हाथों दिल्ली भिजवा रहा हूं। प्लीज असद को बोलिए कि वह ये सामान दिल्ली से ले लें।'

अप्रैल में किए गए इन फोन की टैपिंग इस बात से इस बात के स्पष्ट प्रमाण मिलते हैं कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में नाम आने के बाद तुरंत ही भारत से भाग खड़े होने वाले पाकिस्तानी अंपायर रऊफ बुकियों के संपर्क में थे।

पुलिस सूत्रों के हवाले से हमारे सहयोगी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया से साझा किए गए विंदू दारा सिंह के तीन मोबाइल फोनों की टैपिंग की बातचीत के डिटेल से यह बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार एक और बातचीत के दौरान रऊफ को यह कहते हुए सुना गया कि पवन गिफ्ट के साथ-साथ उनके बिल भी भेजे नहीं तो वह (रऊफ) कस्टम की परेशानियों में पड़ सकते हैं।

बाद में रऊफ के लिए भेजे गए दो गिफ्ट और उसके बिल के पार्सल अब मुंबई क्राइम ब्रांच के कब्जे में हैं। मई में क्राइम ब्रांच ने प्रेम तनेजा द्वारा रऊफ को भेजे गए कीमती जूतों और कपड़ों के दो पार्सल दिल्ली एयरपोर्ट के कार्गो सेक्शन से सीज कर दिए थे। स्पॉट फिक्सिंग मामले में खुद को फंसता देख विंदू दारा सिंह की गिरफ्तारी के एक दिन पहले ही 22 मई को रऊफ बिना इन सामानों को लिए ही भारत छोड़कर भाग गए।

विंदू पर इस बात का भी आरोप है कि उसने फिक्सिंग में नाम आने के बाद इन दोनों बुकी भाइयों पवन और संजय छाबड़ा उर्फ पवन और संजय जयपुर को देश छोड़कर भागने में मदद की।

बुधवार को क्राइम ब्रांच ने इन दोनों भाइयों द्वारा दायर अग्रिम जमानत की अर्जी का विरोध किया। हालांकि बाद में कोर्ट ने मामले की सुनवाई 3 जुलाई तक स्थागित कर दी। इन दोनों भाईयों की ओर से उपस्थित हुए उनके वकील अधिक शिरोढकर ने अदालत से अपील की कि कम से कम पुलिस उन दोनों के खिलाफ जारी लुक आउट नोटिस वापस ले ले ताकि वे देश वापस आ सकें।

लेकिन अदालत ने कहा कि जमानत पर सुनवाई के लिए उसे जल्दी नहीं है और सभी सबूतों की जांच-परख के बाद ही अदालत अपना फैसला सुनाएगी। इन भाइयों की जमानत अर्जी का विरोध करते हुए क्राइम ब्रांच ने कहा कि रऊफ पूछताछ के लिए मौजूद नहीं है, इसलिए रऊफ को महंगे गिफ्ट देने वाले इन भाइयों की भूमिका की जांच के लिए पुलिस का उन पर शिकंजा कसना जरूरी है।

एक पुलिस ऑफिसर ने कहा,' ये दोनें बुकी पाकिस्तानी अंपायर असद रऊफ के संपर्क में थे और रऊफ के शॉपिंग बिल की पेमेंट भी की। साथ ही ये दोनों श्रीलंका प्रीमियर लीग में भी बेनामी स्टेक होल्डर हैं।'

पुलिस के अनुसार विंदू दारा सिंह द्वारा सुपर बुकी रमेश व्यास के ठिकानों पर छापेमारी के बारे में अलर्ट कर दिए जाने के बाद ये दोनों दुबई भाग गए थे।
साभार:
टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Jun 20, 2013, 05.15AM IST एस.अहमद अली।।
http://navbharattimes.indiatimes.com/india/national-india/asad-rauf-got-pricey-gifts-from-bookie-via-vindu-dara-singh/articleshow/20672991.cms

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